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उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया पद से इस्तीफा, स्वास्थ्य को बताया कारण
भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपे इस्तीफे में अपने स्वास्थ्य को कारण बताया है। उपराष्ट्रपति का इस्तीफा ऐसे समय आया है जब आज ही संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ है और उन्होंने आज भी सदन की कार्रवाही का संचालन किया है।
Written By : रामनाथ राजेश | Updated on: July 22, 2025 12:55 am
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) के इस्तीफे से समय को लेकर राजनीतिक हलकों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश को लगता है कि उन्होंने नाराज होकर पद से इस्तीफा दिया है। रमेश ने तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उन्हें इस्तीफा वापस लेने और पद पर बने रहने के लिए मनाने का आग्रह भी किया है। उपराष्ट्रपति अपने कार्यकाल का तीसरा वर्ष कुछ ही दिनों में पूरा करने वाले थे। रमेश ने धनखड़ के इस्तीफे को लेकर कहा कि उप राष्ट्रपति का यह इस्तीफा पूरी तरह से अप्रत्याशित है और मामला बताता है कि यह केवल स्वास्थ्य कारणों तक सीमित नहीं है।
धनखड़ ने अपने इस्तीफे में प्रधानमंत्री, मंत्रिपरिषद और सांसदों को सहयोग के लिए आभार जताया है और कहा है कि भारत की असाधारण प्रगति और वैश्विक उभार का साक्षी बनना उनके लिए गर्व की बात रही। उपराष्ट्रपति ने इस्तीफे में लिखा कि अब वह अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए चिकित्सा सलाह के अनुरूप यह निर्णय ले रहे हैं. पत्र में उन्होंने लिखा है ‘चिकित्सा सलाह का पालन करते हुए और स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने के लिए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(क) के अनुसार, तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं.’
इस्तीफे में उन्होंने यह भी लिया है कि , ‘ मैं माननीय प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद का भी गहन आभार व्यक्त करता हूं. प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन अत्यंत मूल्यवान रहा है, और मैंने इस पद पर रहते हुए बहुत कुछ सीखा है.’ उल्लेखनीय है कि उपराष्ट्रपति धनखड़ की उम्र 74 वर्ष है। उन्होंने वर्ष 2022 में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। उपराष्ट्रपति के पद पर उनका कार्यकाल अभी दो साल बाकी था। उपराष्ट्रपति के रूप में धनखड़ शपथ ग्रहण करने से पहले पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रह चुके हैं। वीपी सिंह सरकार में केंद्र में मंत्री भी रहे हैं। राजस्थान के झुंझुनू जिले के किसान परिवार से आने वाले उपराष्ट्रपति धनखड़ राजस्थान उच्च न्यायालय के जानेमाने अधिवक्ता रह चुके हैं।