Vicky Vidya ka vo wala video
मेंहदी लगाने का काम करने वाले विक्की ( राजकुमार राव) और एमबीबीएस डॉ. विद्या ( तृप्ति डिमरी) के बीच प्यार की कहानी आगे बढ़ती है। दोनों के परिवार की मर्जी से शादी भी हो जाती है।दोनों हनीमून के लिए गोवा जाते हैं और वहां अपनी पहली रात की वीडियो बनाते हैं। वापस जब घर लौटते हैं तो इनके घर में चोरी हो जाती है और अन्य सामान के साथ इनका वो वाला वीडियो भी चोरी हो जाता है।
कहानी उस वीडियो को ढूंढने की कोशिश से विस्तार पाती है। फिल्म के निर्देशक राज शांडिल्य हैं। अर्से बाद किसी फिल्म में मल्लिका शेरावत दिखी हैं। विजय राज, राकेश बेदी, अर्चना पूरन सिंह, टीकू तलसानिया जैसे कलाकारों और कॉमेडी के पंच लाइनों की बदौलत मध्यांतर तक दर्शकों को बांधे रहती है लेकिन जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है वैसे-वैसे फिल्म की कहानी कमजोर पड़ती जाती है और फिर दर्शकों को बांधे रहने में नाकाम लगने लगती है।
विक्की की बहन ( मल्लिका शेरावत) और पुलिस इंस्पेक्टर (विजय राज) कुछ हद तक दर्शकों को हंसाने में कामयाब रहते हैं लेकिन राकेश बेदी और अर्चना पूरन सिंह की अभिनय क्षमता उपयोग करने में निर्देशक नाकाम रहे हैं। फिल्म में भूत-प्रेत और अंतरराष्ट्रीय गैंग जैसे सीन फिल्म की कहानी को आगे बढ़ाते जरूर हैं लेकिन दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब नहीं होते हैं। अंत में फिल्म उपदेशात्मक हो जाती है और दर्शक जो फिल्म की शुरुआत में कॉमेडी का आनंद ले रहे थे वे ये महसूस करने लगते हैं कि काश फिल्म थोड़ी छोटी होती तो ज्यादा बेहतर होता। दलेर मेंहदी और पवन सिंह के पहले सुने हुए हैं. ना.. ना.. ना.. ना नारे … और तुम्हें अपना बनाने की कसम खाई है.. जैसे दूसरी फिल्मों के गानों का इस्तेमाल किया गया है।
कहानी का परिवेश उत्तराखंड का है लेकिन ये कहानी तब की है जब घरों मेें लोग सीडी प्लेयर में रखते थे और सीडी लगाकर वीडियो देखा करते थे। इस तरह नई पीढ़ी खुद को फिल्म से कनेक्ट कर पाएगी, इसमें संदेह है।
इस तरह फिल्म देखी जा सकती है लेकिन बहुत उम्मीद लगाकर नहीं. रेटिंग की बात की जाए को 5 में 3 तक।
Film review :
Vicky Vidya ka vo wala video Rating 5/ 3
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