मां कूष्मांडा
नवरात्रि में चौथे दिन देवी कूष्मांडा (Devi Kushmanda) की पूजा की जाती है।
देवी का वाहन क्या है?
देवी का वाहन सिंह है और इन्हें कुम्हड़े की बलि प्रिय है।
मां (Maa Kushmanda) की उपासना कैसे करे?
या देवी सर्वभूतेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।'
मां कूष्मांडा(Maa Kushmanda) की पूजा करने से क्या होता है?
मां कूष्मांडा (Maa Kushmanda) की उपासना करने से भक्तों के समस्त रोग-शोक, दुख मिट जाते हैं। इनकी भक्ति से आयु, यश, बल और आरोग्य की वृद्धि होती है।
मां कूष्मांडा(Maa Kushmanda ) का ध्यान मंत्र
वन्दे वांछित कामर्थे चन्द्रार्घकृत शेखराम्। सिंहरूढ़ा अष्टभुजा कूष्माण्डा यशस्वनीम्॥
मां कूष्मांडा को क्या भोग पसंद है?
मां कूष्मांडा(Maa Kushmanda) को केसर वाला पेठा का भोग लगाते है,इसके साथ ही देवी को मालपुआ, दही,पेठा और हलवे का भोग लगाया जाता है।