दिल्ली में Chinese Mobile Jammer बेचने के आरोप में दुकानदार गिरफ्तार, अलर्ट

दिल्ली के पालिका बाजार से पुलिस ने एक दुकान मालिक को गिरफ्तार उससे दो चाइनीज मोबाइल जैमर बरामद किए गए है। पूछताछ करने पर पता चला कि दुकान मालिक के पास जैमर बेचने के लिए जरूरी लाइसेंस और डॉक्यूमेंट नहीं थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच की जा रही है।

Written By : सुनील कुमार साहू | Updated on: October 30, 2024 6:21 pm

दिल्ली के Palika Bazaar से चौंकाने वाला मामला सामने आया, रविवार दोपहर 12 बजे Delhi Police के दो सिपाही ने बाजार से दुकान मालिक रवि माथुर को अवैध तरीके से Chinese Mobile Jammer बेचने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसके पास से जैमर बेचने के लिए जरूरी लाइसेंस और डॉक्यूमेंट भी नहीं मिले। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने टेलीकम्युनिकेशन विभाग को इसकी जानकारी दे दी।

यह है मामला

मामला रविवार दोपहर  12 बजे का है जब पालिका बाजार के बाहर  दिल्ली पुलिस के दो सिपाही को अंदर बाजार में एक व्यक्ति द्वारा अवैध तरीके से चाइनीज जैमर बेचने का पता चला। दोनों सिपाही  तुरंत  दुकान के मालिक रवि माथुर के यहां पहुंच गए और दुकान की तलाशी लेने लगे। कुछ देर तलाशी के बाद उन्होंने दो चाइनीज जैमर बरामद कर लिए और दुकानदार से इनका लाइसेंस और डॉक्यूमेंट मांगे। लेकिन रवि यह नहीं दिखा पाया और पुलिस ने तुरंत उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि रवि यह जैमर लाजपत नगर के इलेक्ट्रॉनिक मार्केट से 25 हजार रुपये में लाया था और यहां दीपावली के समय ज्यादा दामों में बेचकर मुनाफा कमाना चाहता था।

जैमर को बेचने के लिए कैबिनेट सेक्रेट्रिएट ने क्या गाइडलाइंस बनाई हुई है

  •  लाइसेंस के बिना कोई भी व्यक्ति जैमर्स को बेच नहीं सकता।
  •  दिशा निर्देशों में यह भी कहा गया है कि भारत में  सिग्रल जैमिंग उपकरणों का विज्ञापन करना,  वितरित करना, आयात करना सब कुछ गैरकानूनी है।  अनुमति लेने के बाद जैमर का उपयोग कर सकते हैं
  •  गाइडलाइंस में कहा गया है कि जो भी व्यक्ति जैमर को  खरीदने, बेचने  में पाया जाएगा। उसके खिलाफ इंडिया टेलीग्राम अधिनियम 1885 के तहत  दंडनीय कार्रवाई की जाएगी।

Chinese Mobile Jammer पर पुलिस का बयान

दिल्ली पुलिस ने बयान देकर बताया कि दुकान मालिक को उन्होंने गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है। इसके अलावा वे रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल के पास हुए ब्लास्ट में भी इन्हीं जैमर की भूमिका की जांच कर रहे हैं।

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