मणिपुर में 11 कुकी उग्रवादी ढेर…CRPF के 2 जवान भी जख्मी

पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में 11 कुकी उग्रवादी मारे गए हैं. मणिपुर के जिरीबाम में 11 कुकी उग्रवादियों को मार गिराया गया है. गोलीबारी में CRPF के 2 जवान भी घायल हुए हैं.

मणिपुर में मुठभेड़ में मारे गए 11 कुकी उग्रवादी
Written By : संतोष कुमार | Updated on: November 11, 2024 9:07 pm

उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी
मणिपुर (Manipur) में सुरक्षाबलों और उग्रवादियों के बीच जमकर गोलीबारी हुई है. मणिपुर के जिरीबाम में हुए मुठभेड़ में 11 संदिग्‍ध कुकी उग्रवादी (Kuki Militants) मारे गए हैं. असम की सीमा से लगे जिले में संदिग्ध कुकी उग्रवादियों के हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के दो जवान भी घायल हुए हैं.

कुकी उग्रवादियों ने किया थाने पर हमला
जानकारी के मुताबिक संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने दोपहर करीब ढाई बजे जिरीबाम जिले के बोरोबेकरा पुलिस थाने पर हमला कर दिया. कुकी उग्रवादियों की ओर से कई राउंड फायरिंग की गई, जिसका सुरक्षाबलों ने भी जवाब दिया.

पुलिस स्‍टेशन पर दो ओर से किया गया हमला
संदिग्ध कुकी उग्रवादियों ने पुलिस स्टेशन के दोनों ओर से बड़े पैमाने पर हमला किया, जिसके बाद यह मुठभेड़ शुरू हुई. सूत्रों के मुताबिक CRPF के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की जिसमें 11 संदिग्ध कुकी उग्रवादी मारे गए. पुलिस स्टेशन के पास ही विस्थापितों के लिए एक राहत शिविर भी है. कुकी हमलावर शिविर को भी निशाना बनाने की फिराक में थे. जिरीबाम के बोरोबेरका पुलिस स्‍टेशन को हाल के महीनों में कई बार निशाना बनाया गया है.

उग्रवादियों ने घरों में भी लगाई आग
कुकी उग्रवादियों (Kuki Militants) ने बोरोबेकरा पुलिस स्‍टेशन के तहत आने वाले तीन से चार घरों में आग भी लगा दी.इस पुलिस स्‍टेशन पर सीआरपीएफ, असम राइफल्‍स और राज्‍य बलों की तैनाती की गई है. जिरीबाम के बोरोबेकरा पुलिस स्‍टेशन पर 19 अक्‍टूबर को भी कुकी उग्रवादियों ने हमला किया था. उग्रवादियों ने पुलिस स्‍टेशन पर गोलीबारी की थी और पास के एक घर में आग भी लगा दी थी.
इंफाल से करीब 250 किलोमीटर दूर जिरीबाम में मई 2023 में मैतेई-कुकी जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से एक साल से अधिक समय तक हिंसा नहीं देखी गई. अब एक बार फिर कुकी उग्रवादी हिंसा फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें:-कनाडा ने ‘SDS’ छात्र वीजा योजना को किया समाप्त, भारतीय छात्रों पर असर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *