ISRO ने फिर रचा नया इतिहास, अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट को लेकर उड़ा SSLV रॉकेट

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक बार फिर नया इतिहास रचा है. श्रीहरिकोटा से इसरो ने तीसरी और अंतिम SSLV का सफल प्रक्षेपण किया.

ISRO ने फिर रचा नया इतिहास
Written By : संतोष कुमार | Updated on: August 16, 2024 11:59 am

ISRO ने लॉन्च किया मिशन

SSLV ने अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट (EOS -08) और स्पेस रिक्शा के पहले उपग्रह SR -0 को 475 किमी की ऊंचाई पर स्थापित किया. अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारतीय स्पेस एजेंसी यानी इसरो ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है. ISR इसरो ने अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट (EOS -08) और स्टार्टअप कंपनी स्पेस रिक्शा के SR -0 सैटेलाइट को लेकर जाने वाले भारत के छोटे प्रक्षेपण यान SSLV को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया है. अंतरिक्ष विकास के चरण में SSLV की तीसरी और अंतिम उड़ान है. इसके बाद रॉकेट पूर्ण परिचालन मोड में आ जाएगा.

आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से SSLV को किया गया लॉंच

आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा को सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से शुक्रवार सुबह लगभग 9 बजकर 17 मिनट पर 500 किलोग्राम की क्षमता वाले SSLV ने 175.5 किलोग्राम वजन वाले माइक्रोसैटेलाइट EOS -08 को लेकर उड़ान भरी. इस सैटेलाइट का जीवनकाल एक साल तय किया गया है. इसरो के मुताबिक प्रस्तावित मिशन SSLV विकास परियोजना को पूरा करेगा. इसके बाद इसका इस्तेमाल भारतीय उद्योग और सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड के मिशनों के लिए किया जाएगा.

475 किमी की ऊंचाई पर रॉकेट से अलग हो जाएगा

SSLV रॉकेट मिनी, माइक्रो या नैनो उपग्रहों (10 से 500 किलोग्राम द्रव्यमान) को 500 किमी की कक्षा में लॉन्च करने में सक्षम है. रॉकेट के तीन चरण ठोस ईंधन द्वारा संचालित होते हैं जबकि अंतिम वेलोसिटी ट्रिमिंग मॉड्यूल (VTM ) में तरल ईंधन का इस्तेमाल होता है. ISRO के दोनों सैटेलाइट 475 किमी की ऊंचाई पर रॉकेट से अलग होंगे.

स्पेस स्टार्टअप कंपनी का है पहला सैटेलाइट

चेन्नई स्थित अंतरिक्ष क्षेत्र के स्टार्टअप स्पेस रिक्शा (Space Rickshaw) के लिए SR -0 उसका पहला सैटेलाइट है. स्पेस रिक्शा की सह-संस्थापक और स्पेस किड्ज इंडिया की संस्थापक-सीईओ केसन ने बताया कि कंपनी छह और सैटेलाइट बनाएगी.

ये भी पढ़ें :-Shubhanshu Shukla : जानें लखनऊ के इस पायलट को, जिसकी उड़ान से सब हैं हैरान

ये भी पढ़ें :-Science : सौर तूफान पृथ्‍वी से टकराया, सारे उपग्रह और पावरग्रिड खतरे में

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *