लालकृष्ण आडवाणी एम्स में भर्ती
देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री (Deputy Prime Minister) लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishan Advani) की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स (AIIMS) अस्पताल में भर्ती कराया गया है. लालकृष्ण आडवाणी को ओल्ड एज रिलेटेड प्रॉब्लम की वजह से एम्स में भर्ती कराया गया. एम्स के यूरोल़ॉजी डिपार्टमेंट के डॉक्टर की निगरानी में आडवाणी को रखा गया है. पूर्व उप प्रधानमंत्री के परिवार के सदस्यों के मुताबिक उन्हें चेक अप के लिए एम्स ले जाया गया है.
इसी साल आडवाणी को मिला है भारत रत्न
देश के गृहमंत्री और पूर्व उपप्रधानमंत्री रहे लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishan Advani) को इसी साल 30 मार्च को भारत रत्न (Bharat Ratna ) से सम्मानित किया गया है. लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishan Advani) के स्वास्थ्य को देखते हुए राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने उन्हें उनके घर पर जाकर भारत रत्न से सम्मानित किया था.
देश के सातवें उप प्रधानमंत्री बने आडवाणी
50 साल से भी अधिक के सक्रिय राजनीतिक जीवन में लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishan Advani) साल 1998 में बीजेपी की अगुवाई वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) की सरकार में गृहमंत्री बने. अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में वह गृह मंत्री रहे और फिर साल 2002 में उन्हें देश का उप प्रधानमंत्री (Deputy Prime Minister) बनाया गया. आडवाणी देश के सातवें उप प्रधानमंत्री रहे.
पहली बार 1970 में राज्यसभा सदस्य बने आडवाणी
पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishan Advani) पहली बार 1970 में राज्यसभा के सदस्य बने थे. आडवाणी 7 बार लोकसभा और 4 बार राज्यसभा के सांसद बने. 10वीं और 14वीं लोकसभा के दौरान आडवाणी सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे.
3 बार बीजेपी के अध्यक्ष रहे आडवाणी
राम मंदिर आंदोलन के अग्रणी नेताओं में शुमार किए जाने वाले लाल कृष्ण आडवाणी (Lal Krishan Advani) ने भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर लाने में अथक प्रयास किया था. आडवाणी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के जरिए अपने राजनीतिक करियर का आगाज किया था. वो उन नेताओं में शामिल रहे हैं जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की नींव रखी थी. आडवाणी 3 बार बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. वह पहली बार 1986 में पार्टी के अध्यक्ष बने. तब वह 1990 तक पद पर रहे. इसके बाद आडवाणी 1993 में पार्टी अध्यक्ष बने और 1998 तक पद पर बने रहे. तीसरी और आखिरी बार साल 2004 में वह अध्यक्ष चुने गए और 2005 तक पद पर रहे.
सोमनाथ से निकाली थी रथ यात्रा
राम मंदिर आंदोलन के लिए लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishan Advani) ने गुजरात के सोमनाथ से अयोध्या तक रथ यात्रा निकाली थी. यह लालकृष्ण आडवाणी की रथ यात्रा का कमाल था कि बीजेपी को 1991 के चुनाव में 120 सीटें हासिल हुई थी. आडवाणी ने सोमनाथ से 25 सितंबर को यात्रा की शुरुआत की थी, जिसका समापन 30 अक्टूबर 1990 में अयोध्या में तय किया था. इस यात्रा के बाद आडवाणी पूरे देश में हिंदुत्ववादी नेता के तौर पर स्थापित हुए थे, लेकिन वह अपनी यात्रा पूरी नहीं कर पाए. उन्हें बिहार के समस्तीपुर में 23 अक्टूबर 1990 को अरेस्ट कर लिया गया था.