मुकाबले की शुरुआत से ही भारतीय खिलाड़ियों ने दबदबा बना लिया। चौथे मिनट में शिलानंद लाकड़ा ने पहला गोल दागा। सातवें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर हार्मनप्रीत सिंह की फ्लिक को गोलकीपर ने रोका, लेकिन डिलप्रीत सिंह ने रिबाउंड पर गोल कर दिया।
18वें मिनट में दूसरा पेनाल्टी कॉर्नर मिला। इस बार विवेक सागर के पास पर मनदीप सिंह ने स्कोर बढ़ाया। हाफ टाइम तक भारत 3-0 से आगे हो चुका था। तीसरे क्वार्टर में भी भारतीय आक्रमण जारी रहा। 37वें मिनट में राजकुमार पाल ने गोल किया। 39वें मिनट में सुखजीत सिंह ने शानदार डाइविंग शॉट से पाँचवां गोल दागा। चौथे क्वार्टर में 46वें और 50वें मिनट में अभिषेक ने लगातार दो गोल कर टीम इंडिया की जीत को 7-0 तक पहुँचा दिया।
पेनाल्टी कॉर्नर और रणनीति
भारत को मैच में कुल पाँच पेनाल्टी कॉर्नर मिले, जिनमें से दो को गोल में बदला गया। कप्तान हार्मनप्रीत सिंह की एरियल बॉल और पेनाल्टी कॉर्नर पर बनाई गई योजनाओं ने चीन की रक्षापंक्ति को बार-बार तोड़ा।
लगातार नौंवी बार फाइनल
इस जीत के साथ भारत एशिया कप के इतिहास में नौंवीं बार फाइनल में पहुँचा है। सुपर-4 चरण की अंकतालिका में भारत सात अंकों के साथ शीर्ष पर रहा, जबकि कोरिया चार अंकों के साथ दूसरे स्थान पर रहा।
फाइनल मुकाबला 7 को
खिताबी मुकाबला रविवार, 7 सितम्बर को राजगीर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में खेला जाएगा। मौजूदा चैंपियन कोरिया के खिलाफ यह मैच भारत के लिए कड़ी चुनौती माना जा रहा है।
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