30 वर्षीय दीपा ने उज्बेकिस्तान की राजधानी में प्रतियोगिता के अंतिम दिन वॉल्ट फाइनल में 13.566 के औसत से स्कोर किया। उत्तर कोरियाई किम सोन हयांग (13.466) और जो क्योंग ब्योल (12.966) ने क्रमशः रजत और कांस्य पदक जीते।
इससे पहले 2015 में दीपा ने इसी प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था
2016 रियो ओलंपिक में वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं दीपा ने इससे पहले 2015 में इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। इससे पहले आशीष कुमार ने 2015 एशियाई चैंपियनशिप में व्यक्तिगत फ्लोर एक्सरसाइज में कांस्य पदक हासिल किया था, जबकि प्रणति नायक ने 2019 और 2020 संस्करण में वॉल्ट स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था।
भारतीय खेल प्राधिकरण ने दीपा को दी बधाई
स्वर्ण पदक जीतने पर भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) दीपा करमाकर को बधाई दी। SAI vs ने ट्वीट किया, “एशियाई जिम्नास्टिक चैंपियनशिप में इतिहास रचा गया। प्रेरणादायक, दीपा! स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई।”
पेरिस ओलंपिक की दौड़ से बाहर हो चुकी हैं दीपा
डोपिंग के कारण 21 महीने के निलंबन के बाद इस साल प्रतियोगिता में वापसी करने वाली दीपा 2024 पेरिस ओलंपिक की दौड़ से बाहर हो गई हैं। वह शुक्रवार को 46.166 के स्कोर के साथ ऑल-राउंड श्रेणी में 16वें स्थान पर रहीं।
एशियाई चैम्पियनशिप अंतिम ओलंपिक योग्यता है। वह अप्रैल में दोहा में एफआईजी उपकरण विश्व कप में वॉल्ट फाइनल में चौथे स्थान पर रहीं थीं। काहिरा विश्व कप (15-18 फरवरी) में पांचवें स्थान पर रहने के बाद, वह कॉटबस, जर्मनी (22-25 फरवरी) में विश्व कप में शामिल नहीं हुई थीं।
ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट हैं दीपा
दीपा ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने वाली पहली भारतीय महिला जिमनास्ट भी हैं। वह रियो 2016 में महिलाओं की वॉल्ट में चौथे स्थान पर रहीं थीं, जो ओलंपिक खेलों में किसी भी भारतीय जिमनास्ट द्वारा अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
उन्होंने मेर्सिन, तुर्किये में 2018 एफआईजी विश्व कप में महिलाओं की वॉल्ट में स्वर्ण पदक भी जीता, और वैश्विक जिम्नास्टिक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।