Bihar by-election: तरारी, रामगढ़, बेलागंज व इमामगंज में किसका खेल बिगाड़ेगी जन सुराज पार्टी

बिहार में भी उपचुनाव की रणभेरी बज गई है। कल से नामांकन पत्र भरा जाएगा। बिहार में चार विधानसभाओं में उपचुनाव होना है। इसमें तरारी, रामगढ़, बेलागंज व इमामगंज शामिल हैं।

Written By : दिलीप कुमार ओझा | Updated on: October 17, 2024 10:20 am

Bihar by-election :विधानसभा की चार सीटें खाली हैंतरारी की सीट सीपीआईएमएल के सुदामा प्रसाद के एमपी बनने से, रामगढ़ की सीट सुधाकर सिंह के एमपी बनने से, बेलागंज की सीट सुरेंद्र यादव (Surendra Yadav) के सांसद बन जाने से और इमामगंज की सीट जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) के एमपी बन जाने से खाली हुई है। अब इन सीटों पर उप चुनाव होना है।

किसका नाम चल रहा है आगे :

तरारी की बात करें तो सुदामा प्रसाद वहां के जनाधार वाले नेता हैं। यह सीट सीपीआई एमएल के खाते में है। चर्चा है कि इसी सीट से सुनील पांडे (Sunil Pandey) या उनके बेटे बीजेपी से उम्मीदवार हो सकते हैं। बता दें कि सुनील पांडे अपने बेटे के साथ हाल ही में भाजपा में शामिल हुए हैं। तरारी सीट को लेकर चर्चा यह भी है कि जनसुराज पार्टी भी यहां अपना उम्मीदवार दे सकती है। जन सुराज दो अक्टूबर के बाद से एक राजनीतिक दल के रूप में स्थापित हो चुकी है। राजनीतिक गलियारे में चर्चा है कि आनंद मिश्रा को वहां से जनसुराज टिकट दे सकती है। उनके नाम की चर्चा तेज हो गई है। आनंद मिश्रा आईपीएस अधिकारी रहे हैं। वह अपनी नौकरी छोड़कर बक्सर से सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं। निर्दलीय के रूप में वह चुनाव तो हार गए लेकिन इसके बाद से वह प्रशांत किशोर के साथ जुड़े हुए हैं। चर्चा है कि वह तरारी से जनसुरज के उम्मीदवार हो सकते हैं।

रामगढ़ में कड़ा मुकाबला संभव :

अब रामगढ़ सीट की बात करें तो यहां से सुधाकर सिंह एमएलए थे। अब वह बक्सर के सांसद हैं। चर्चा है कि उनके छोटे भाई यहां से चुनाव लड़ सकते हैं। रामगढ़ में बसपा का भी जनाधार मजबूत है। वहां बसपा एक बड़ा फैक्टर है। चर्चा है कि भाजपा(BJP) यहां से अशोक सिंह(Ashok Singh) को टिकट दे सकती है। अगर अनुसूचित जाति समुदाय से यहां जनसुराज पार्टी किसी को टिकट देती है तो यहां लड़ाई यहां त्रिकोणीय हो सकती है, क्योंकि सुधाकर सिंह और अशोक सिंह दोनों ही राजपूत जाति से आते हैं।

बेलागंज में राजद पशोपेश में :

अब बेलागंज सीट की बात करें तो यहां से सुरेंद्र यादव एमएलए थे । अब वे जहानाबाद के सांसद हैं। वे अपने बेटे के लिए यह सीट मांग रहे हैं। वह राजद पर दवाव बनाने के लिए बयान भी दे रहे हैं ताकि अन्य को टिकट न दिया जाए। हालांकि जितेंद्र यादव भी आरजेडी से ही टिकट पाने की जुगाड़ में हैं। वह भी सक्रिय हैं और उनका नाम भी तेजी से आरजेडी में चल रहा है। बेलागंज विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम आबादी मजबूत स्थिति में है।  Bihar by-election यहां से अगर जनसुराज किसी मुस्लिम को कैंडिडेट बना देती है तो बेलागंज की लड़ाई दिलचस्प हो सकती है। चर्चा है कि जेडीयू यहां पर मनोरमा देवी को या उनके बेटे को टिकट दे सकती है। ऐसी राजनीतिक गलियारे में चर्चा है।

इमामगंज में हम की प्रतिष्ठा दाव पर :

अब इमामगंज सीट की अगर हम बात करें तो जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) की यह सीट है। दीपा मांझी जो उनकी बहू हैं वह यहां से चुनाव लड़ सकती हैं। संभावना यह भी है कि एनडीए यहां पर दीपा मांझी को टिकट दे सकता है। चर्चा है कि यहां से इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार उदय नारायण चौधरी हो सकते हैं। इमामगंज में अनुसूचित जाति की आबादी अच्छी खासी है। इसलिए अगर जन सुराज यहां एससी- एसटी से उम्मीदवार उतार देती है तो यहां की लड़ाई भी बेहद दिलचस्प हो सकती है। हालांकि Bihar byelection के लिए किसी पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा नहीं हुई है। कहा जा रहा है कि एक या दो दिन में नामों की घोषणा हो सकती है। नामों की घोषणा के बाद ही तस्वीर साफ होगी।

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