Dana Cyclone
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में चक्रवर्ती तूफान दाना का भयावह प्रभाव समाप्त हो गया है। शुक्रवार 12 बजे के बाद ओडिशा के तटीय इलाके में टकराने के बाद पूरे राज्य में जान माल का ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा लेकिन बहुत सारे पेड़ और बिजली के खंबे गिर गए। दोनों राज्यों के तटीय इलाकों में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है जिससे भारी बारिश होने की आशंका बनी हुई है। एक पश्चिम बंगाल में नए एक ओडिशा में यानी दो व्यक्तियों की मौत की खबर आई है। मौसम विभाग ने इसका असर खत्म होने के बाद बताया कि तूफान का खतरा तो टल गया लेकिन भारी बारिश हो सकती है। इसलिए सबको सतर्क रहने की सलाह दी गई है
Dana Cyclone नाम कहा से पड़ा
दाना नाम सऊदी अरब द्वारा दिया गया है। इसका मतलब उदारता होता है। जो भी चक्रवात 62 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से अधिक का आता है उसे कुछ ना कुछ नाम दिया जाता है। जैसे इस मामले में पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आए चक्रवात को दाना नाम दिया गया था।
चक्रवात की वजह से कितनी फ्लाइट्स और ट्रेनें कैंसिल करनी पड़ी
पश्चिम बंगाल और ओडिशा में दाना तूफान की आशंका के कारण 300 फ्लाइट्स, 552 ट्रेनें रद्द की जा चुकी थी। जिन्हें शुक्रवार सुबह 8 बजे वापस सहमति दी जा चुकी है। । इसके अलावा ओडिशा के कोणार्क मंदिर को भी खोल दिया गया है।
चक्रवात तूफान से बचाने के लिए NDRF और फायर ब्रिगेड की कितनी टीमें तैनात की गई थी
‘दाना ‘ से बचाने के लिए ओडिशा के मुख्यमंत्री ने हाई लेवल मीटिंग करके NDRF और फायर ब्रिगेड की 288 टीमों को तैनात करने का फैसला किया था। पूरे राज्य के 14 जिलों में 10 लाख लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया था। तूफान के खतरे को देखते हुए भुवनेश्वर और कोलकाता का नेताजी सुभाष चंद्र बोस एयरपोर्ट को भी शुक्रवार रात तक के लिए बंद कर दिया गया था। लेकिन मौसम विभाग से चक्रवात तूफान दाना के असर खत्म होने की जानकारी मिलने के बाद दोनों एयरपोर्ट को फिर से चालू कर दिया गया है।
Dana Cyclone ‘ का किन-किन राज्यों में असर दिखने की आशंका थी
पश्चिम बंगाल और ओडिशा के अलावा आंध्र प्रदेश, झारखंड, बिहार छत्तीसगढ़ और तमिलनाडु में चक्रवात तूफान का असर दिखने की आशंका थी। लेकिन खुशकिस्मती यह रही कि चक्रवात का असर कम रहा, जिससे बाकी राज्यों में तूफान पहुंच नहीं सका और कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ।
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