इससे पहले झारखंड स्थित बाबा नगरी Deoghar में श्रावणी मेला 2024 का विधिवत उद्घाटन हुआ। आज सोमवार से बिहार के सुल्तानगंज से लेकर देवघर तक 100 किलोमीटर से अधिक लंबा पूरा कांवड़ पथ बोल बंम के नारे से एक महीने तक गूंजता रहेगा।
इससे पहले रविवार को झारखंड की कृषि मंत्री दीपिका पांडेय और पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने बिहार की सीमा से सटे दुम्मा में मेले का विधिवत उद्घाटन किया।
21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा थी और सावन से पहले बाबा भोलेनाथ की क महीने तक चलने वाले इस मेले में सुल्तानगंज से लेकर बाबा की स्पर्श पूजा का आखिरी दिन था, तो करीब सवा लाख लोगों ने बाबा वैद्य नाथ को जलार्पण किया।
पहली सोमवारी के साथ ही सावन महीने का शुभारंभ हो गया है और लाखों की तादाद सुल्तानगंज से कावड़ लेकर शिव भक्त Deoghar के लिए रवाना हो रहे हैं। जैसे-जैसे समय बीतेगा वैसे-वैसे बाबा बैजनाथ की भक्तों की भीड़ भी बढ़ती जाएगी बिहार और झारखंड की सीमा पर बसे से बिहार के सुल्तानगंज से झारखंड के देवघर तक बोल बम का नारा कुंजता रहेगा।इस अद्भुत अलौकिक दृश्य को देखने और इसका हिस्सा बनने के लिए शिवभक्त पूरे साल इंतजार करते हैं।
मेला के उद्घाटन से पहले 11 वैदिक पुरोहितों ने बाबा बैजनाथ की पूजा की। इससे पहले देवघर के डीसी विशाल सागर ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार इस मेले के दौरान वीआईपी और वीवीआईपी और आउट ऑफ टर्न दर्शन पूर्ण रूप से बंद रहेंगे। इसके साथ ही पूरे सावन माह में बाबा वैद्यनाथ का स्पर्श दर्शन बंद रहेगा। भीड़ को देखते हुए मंदिर सुबह 4 बजे की जगह 3.05 बजे खुलेगा और आम भक्त 3.45 बजे से जलार्पण कर सकेंगे। मंदिर में जलार्पण करघा व्यवस्था के तहत किया जाएगा। यानि मंदिर के गर्भ गृह तक जाने की इजाजत किसी को नहीं होगी। सावन मेले का समापन 19 अगस्त को होगा।
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