Dr. Naresh Trehan ने इसी दौरान उन्होंने गृहणियों को विनोदपूर्ण ढ़ंग से सलाह दी कि सुबह-सुबह पति प्राणायाम न करें तो दिन भर जलपान और भोजन न दें। भूख मिटाने की मजबूरी में वह प्राणायाम जरूर करेंगे और उनका स्वास्थ्य भी दुरुस्त हो जाएगा।
जानें डॉक्टर नरेश त्रेहान ने क्या कहा
मेदांता हॉस्पिटल एमडी डॉक्टर त्रेहन (Dr. Naresh Trehan ) ने कहा कि देश में 7 करोड़ हृदय रोगी हैं। 7 करोड़ और लोग इस बीमारी के शिकार होने वाले हैं। इन लोगों को तो दिल की बीमारी से बचाया जा सकता है। इनको नियमित व्यायाम करना चाहिए प्रतिदिन 55 मिनट से ज्यादा व्यायाम से तमाम बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि फिट रहने से तनाव भी दूर रखता है, घर में हंसी-खुशी का माहौल बनाए रखें इससे पूरा परिवार निरोग रहेगा। परिवार के साथ सुबह की शुरुआत व्यायाम (Exercise) से करें।
महिलाओं को दी सलाह
डॉ. त्रेहान ने महिलाओं को सलाह दी कि परिवार के लोगों को व्यायाम करने के बाद ही नाश्ता दें। शरीर को निरोग रखने में किचन की अहम भूमिका होती है। यह जिम्मेदारी महिलाओं की है।
जानते हैं डॉक्टर त्रेहान के बारे में
नरेश त्रेहान(Dr. Naresh Trehan ) भारतीय हृदय और कार्डियोथोरेसिक सर्जन हैं। भारत सरकार ने त्रेहन को राष्ट्रीय पुरस्कार, पद्मश्री और पद्मभूषण से सम्मानित किया हैं। 2001 में कार्डियोलॉजी मेडिसिन के क्षेत्र में विशिष्ट सेवा के लिए पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। 1991 में उन्हें पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया था। 2002 में भारतीय चिकित्सा परिषद की ओर से उन्हें डॉ. बी. सी. रॉय पुरस्कार दिया गया। त्रेहान ने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, लखनऊ से MBMS किया और उसके बाद 1971 से 1988 तक न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर मैनहट्टन, यूएसए में चिकित्सक रहे।
Medanta- The Medicity के संस्थापक अध्यक्ष
Dr. Naresh Trehan ने 1988 में एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर की दिल्ली में स्थापना की। मौजूदा दौर में, त्रेहान 2009 में गुड़गांव, हरियाणा में स्थापित सबसे बड़े मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल मेदांता – द मेडिसिटी के संस्थापक अध्यक्ष हैं। त्रेहान इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर मिनिमली इनवेसिव कार्डिएक सर्जरी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
यह भी पढ़े: –Doctor’s Day 2024 : जानें कौनसी बीमारी में कौन से डॉक्टर से मिलना है ज़रूरी !