रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के आगामी सत्र के लिए विराट कोहली (Virat Kohli) को फिर से अपनी कप्तानी सौंपने का निर्णय लिया है। यह फैसला टीम के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव है, जिससे टीम की कप्तानी में नया मोड़ आएगा।
कोहली की कप्तानी का नया दौर
विराट कोहली, जिन्होंने 2013 से 2021 तक RCB की कप्तानी की, ने 2021 के सीजन के बाद यह जिम्मेदारी छोड़ दी थी। उस समय RCB को आईपीएल का खिताब जीतने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था। कोहली की कप्तानी में टीम ने कई बार प्लेऑफ में पहुंचने की कोशिश की, लेकिन खिताब से दूर रह गई। अब, कोहली की वापसी से टीम के प्रशंसकों में उत्साह है और यह देखना होगा कि क्या वह इस बार RCB को अपना पहला आईपीएल खिताब दिला पाते हैं।
डु प्लेसिस का स्थान
कोहली की वापसी का यह भी संकेत है कि पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसिस को RCB में नहीं रखा जाएगा। डु प्लेसिस ने 2022 से 2024 तक टीम का नेतृत्व किया, और उनकी कप्तानी में RCB ने कई महत्वपूर्ण मैच खेले। लेकिन अब कोहली के आने से टीम में बदलाव की नई उम्मीदें बढ़ गई हैं।
शुबमन गिल का फैसला
RCB ने शुबमन गिल को कप्तान बनाने पर भी विचार किया था, लेकिन गिल ने गुजरात टाइटंस के साथ बने रहने का फैसला किया। गिल की अनुपस्थिति में, कोहली( Virat Kohli) की वापसी RCB के लिए स्थिरता लाएगी, जिससे टीम को अपनी रणनीति को बेहतर बनाने का मौका मिलेगा।
कोहली की प्रतिबद्धता
कोहली ने पहले भी कहा है कि वह अपने आखिरी IPL मैच तक RCB के लिए खेलेंगे। उन्होंने 2021 में अपनी कप्तानी छोड़ने के समय कहा था, “मैं RCB का खिलाड़ी रहूंगा और इस फ्रैंचाइज़ी के लिए अपने अंतिम दिन तक प्रतिबद्ध रहूंगा।” उनके इस वादे से यह साफ होता है कि वह टीम के प्रति अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से लेते हैं।
निष्कर्ष
विराट कोहली की वापसी RCB के लिए एक नया अवसर है। प्रशंसक उम्मीद कर रहे हैं कि कोहली अपनी नेतृत्व क्षमता का इस्तेमाल करके टीम को आईपीएल खिताब दिलाने में सफल होंगे। अब सभी की नजरें कोहली की कप्तानी पर हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि RCB इस सीजन में कैसा प्रदर्शन करती है।
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