Maha Kumbh
इसी क्रम में शुक्रवार को पटना में 11 वें गोलमेज चर्चा का आयोजन हुआ। कार्यक्रम का विषय था “कुम्भ : वैश्विक शांति, विश्व बंधुत्व और जीवन दर्शन का महापर्व ”
विशेषज्ञ और सांस्कृतिक विषयों के जानकार हुए शामिल
चर्चा सत्र की अध्यक्षता प्रोफेसर संजय पासवान ने की और संचालन इंडिया थिंक कॉउन्सिल के निदेशक सौरभ पांडेय ने किया। इस चर्चा सत्र में विभिन्न विश्वविद्यालय के कुलपति , प्रवक्ता के साथ सुरक्षा , सामाजिक विज्ञान और अर्थशास्त्र के विशेषज्ञ तथा सांस्कृतिक विषयों के जानकार शामिल हुए। प्रमुख वक्ता के रूप में बीकानेर से कुलपति प्रो मनोज दीक्षित, बिहार से प्रो शैलेन्द्र चतुर्वेदी और डॉ अपराजिता कृष्णा , काशी विश्वनाथ मंदिर के कार्यपालक और उत्तर प्रदेश सरकार के धर्मार्थ कार्य विभाग से संयुक्त सचिव विश्व भूषण मिश्रा, अपर महाधिवत्ता अशोक मेहता , उत्तर प्रदेश पुलिस के पूर्व महानिदेशक सत्य नारायण सावंत ,डॉ पुनीत अलोक प्रमुख रूप से थे। कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन बिहार आर्थिक अध्ययन संस्थान के निदेशक डॉ प्यारेलाल जी ने किया।
Maha Kumbh कार्यक्रम के प्रमुख बिंदु :
” उन्माद और अवसाद से उत्साह की ओर जाने का महापर्व है कुम्भ जहां जाती पंथ के परे सभी आत्मिक शुद्धि के लिए स्वतः आते हैं। कुम्भ की आधुनिक व्यवस्थाओं की अपेक्षा के बिना सनातन मतावलम्बी और अन्य संप्रदाय के लोग करोड़ों की संख्या में समूचे विश्व से मानव सभ्यता के विराट दर्शन हेतु आते हैं ”
” कुम्भ स्नान पाप मुक्ति का ही नहीं वरन चिंतन और आत्मबोध का एक अवसर है जहाँ पर जीवन के यथार्थ का बोध होता है।
” आधुनिक प्रबंधन , संयोजन और सुरक्षा का एक ऐसा अवसर है जो विश्व भर के शोधार्थियों के लिए अविश्मरणीय अनुभव है ”
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