Corrupt Inspector : फरीदपुर के इंस्पेक्टर राम सेवक ने 7लाख रुपये घूस लेकर स्मैक तस्करी के दो आरोपियों को छोड़ दिया। जिले के एसएसपी(SSP) अनुराग आर्य को जब इसकी भनक लगी तो वह सीधे थाने पहुंच गए। एसपी(SSP) की गाड़ी के सायरन की आवाज सुनकर इंस्पेक्टर राम सेवक थाने की दीवार फांदकर फरार हो गया। एसपी ने उसके कमरे का ताला तोड़कर करीब 10 लाख रुपये नकद बरामद किया।
ये है पूरी घटना
फरीदपुर के इंस्पेक्टर राम सेवक पर आरोप है कि उन्होंने ग्राम नवदिया अशोक निवासी मोहम्मद इस्लाम के बेटे आलम पुत्र और शेर मोहम्मद के बेटे नियाज अहमद को तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था। सात लाख रुपये लेने के बाद इंस्पेक्टर ने दोनों तस्करों को छोड़ दिया। इसकी किसी ने एसएसपी को सूचना दे दी तो वे थाने आ धमके।
एसएसपी को देखते ही भागा corrupt inspector
एसएसपी गाड़ी से उतरे और तैनात सिपाही से पूछा इंस्पेक्टर कहा है ? सिपाही को जवाब देते सुनते ही इंस्पेक्टर रामसेवक दीवार फांदकर फरार हो गया। इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए एसएसपी के गनर भी दौड़े लेकिन वह इंस्पेक्टर हाथ नहीं आ पाया।
29 थानों की फोर्स इंस्पेक्टर को ढूंढ रही है
रामसेवक को ढूंढने के लिए बरेली में 29 थानों की फोर्स लगा दी गई है उसकी तस्वीर और डिटेल पुलिस ग्रुप पर शेयर की गई है। बरेली के साथ ही रामसेवक के बारे में शाहजहांपुर और पीलीभीत की पुलिस को भी सूचना भेजी गई है। इनपुट है कि फरीदपुर से निकलने के बाद रामसेवक शाहजहांपुर की तरह भागा है।
उसी थाने में दर्ज हुआ इंस्पेक्टर के खिलाफ केस
इस घटना ने इंस्पेक्टर रामसेवक के खिलाफ उसी थाने में एसएसपी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है जिस थाने में रामसेवक बतौर इंस्पेक्टर तैनात था। पता चला कि वह नोटों की गड्डियों पर सोता था।
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