कर्नाटक के नागमंगला कस्बे में बुधवार की रात 8 बजे Ganesh Immersion का जुलूस जैसे ही इलाके की मस्जिद के पास से गुजरना शुरू किया एक वर्ग विशेष से जुड़े लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। बाद में दोनों तरफ से पत्थरबाजी होने लगी। पथराव में 15 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए।
भीड़ को तितर- बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले भी दागने पड़े। तमाम कोशिशों के बाद रात 11 बजे मामला शांत हुआ। इलाके के दोनों पक्षों से जुड़े लोगों ने उत्पाद मचाते हुए कई कारों और ट्रकों में आग लगा दी, जिससे स्थिति और गंभीर हो गई। कलेक्टर के आदेश पर गुरुवार को पूरे दिन नागमंगला के स्कूल और कॉलेज की छुट्टी रहेगी। पुलिस ने अब तक वारदात में शामिल दोनों पक्षों के 56 लोगों को गिरफ्तार किया है। शेष की तलाश जारी है।
यह है मामला
घटना बुधवार रात 8:00 बजे की है, जब मांड्या जिले के नाग मंगला कस्बे में लोग भगवान Ganesh Immersion का जुलूस निकाल रहे थे तभी इलाके की एक मस्जिद के सामने आते ही दूसरे पक्ष के लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। उसके बाद यह पत्थरबाजी द्विपक्षीय हो गई। काफी देर तक एक दूसरे पर पत्थर चलाने के बाद दोनों पक्षों से जुड़े लोगों ने इलाके की कई गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर दोनों पक्षों के 56 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और इलाके में शांति स्थापित की ।
कितने पुलिसकर्मी घायल हुए
Ganesh Immersion के जुलूस के दौरान हुई पत्थरबाजी में अब तक करीब 15 पुलिसकर्मी घायल हो गए और पुलिस ने इलाके में शांति स्थापित करने के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 144 लागू कर दी।
केंद्रीय मंत्री एचडी कुमार स्वामी ने क्या कहा
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि Ganesh Immersion के दौरान ऐसी घटना का होना बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने दोनों पक्षों के लोगों से शांति स्थापित करने की मांग की और पुलिस से घटना में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा।
पुलिस का बयान
मांड्या के एसपी मल्लिकार्जुन बालागंडी ने बताया कि इलाके में अभी शांति है। पुलिस ने अब तक 56 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और शेष की तलाश जारी है।
यह भी पढ़ें :-
MP के रतलाम जिले में गणेश चतुर्थी के दिन हुई Stone pelting, गिरफ्तारी से माहौल तनावपूर्ण