अंतरिक्ष स्टेशन से सभी 4 यात्री लौटे पर इन वजहों से चर्चा में हैं सुनीता विलियम्स

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स सहित सभी चार अंतरिक्ष यात्री आज तड़के धरती पर सकुशल लौट आए लेकिन भारत में सुनीता के अलावा शायद ही किसी का नाम भी लोगों को याद है। आइए जानते हैं इसकी क्या है वजह

Written By : रामनाथ राजेश | Updated on: March 20, 2025 8:51 am

सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) 286 दिनों के बाद धरती पर वापस लौट आई हैं। अंतरिक्ष एजेंसी- नासा के वैज्ञानिकों के मुताबिक सुनीता विलियम्स के साथ  9 महीने से बुच विल्मोर भी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) में थे. उनके अलावा इस मिशन में  अमेरिका के निक हेग और रूस के अलेक्सांद्र गोरबुनोव दो और एस्ट्रोनॉट भी थे. लेकिन, भारत में सर्वाधिक चर्चा सुनीता विलियम्स की है।

इन सभी चार अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर यान तड़के 3.27 बजे अमेरिका के फ्लोरिडा में समुद्र तल पर उतारा। इस तरह सभी सुरक्षित धरती पर लौट आए  इस सफलता का श्रेय अकेले अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा को ही नहीं जाता है बल्कि  एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स की बड़ी भूमिका रही। जिस ड्रैगन कैप्सूल में बैठकर चारों अंतरिक्ष यात्री सुरक्षित लौट पाए वह स्पेसएक्स का ही था।

भारत में सबसे अधिक चर्चा सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) की हो रही है। इसकी वजह ये है कि इससे पहले भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला की वापसी के दौरान मौत की खबर आज भी आम भारतीयों के जेहन में है। एक फरवरी 2003 को 7 अंतरिक्ष यात्रियों के दल में लौट रही कल्पना चावला का अंतरिक्ष यान कोलंबिया जब पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश किया था तो जलकर नष्ट हो गया था। तब वह पृथ्वी से मात्र 16 मिनट की दूरी पर था और अमेरिका के अलावा भारत  में भी जश्न की तैयारी थी। हरियाणा से ताल्लुक रखने वाली कल्पना चावला मौत से इस बार भारतीय लैंडिंग की सफलता को लेकर कुछ ज्यादा ही सशंकित थे।

सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) का ताल्लुक गुजरात से है। सुनीता के पिता दीपक पांड्या मेहसाणा जिले के झूलासन के थे। वे न्यूरो साइंटिस्ट थे और 1957 में ही अमेरिका चले गए थे।  बीबीसी के अनुसार, सुनीता विलियम्स  पर्ष 1972, 2007 और 2013 में अपने पैतृक गांव झूलासन तीन बार जा चुकी हैं। इस वजह से इस बार झूलासन के लोगों ने सुनीता की सकुशल वापसी के लिए मंदिरों में पूजा पाठ की और गांव के उनके रिश्तेदारों ने यज्ञ भी कराया। जैसे ही अंतरिक्ष से सकुशल वापसी की खबर गांव वालों को मिली तो लोगों पटाखे फोड़े और दीये जलाकर ईश्वर के प्रति कृतज्ञता जताई।

सुनीता विलियम्स 9 बार अंतरिक्ष यात्रा कर चुकी हैं और अब तक 62 घंटा 6 मिनट अंतरिक्ष में चहलकदमी कर किसी भी महिला के द्वारा ऐसा कारनामा करने का विश्व रिकॉर्ड बना चुकी हैं। ये International Space Station (ISS) की कमांडर रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सुनीता विलियम्स को सकुशल वापसी पर बधाई दी है।

ये भी पढ़ें :-भारत की ऐसे बढ़ेगी सैन्य क्षमता, अमेरिका से 31 MQ Predator Drone खरीदने की हुई डील

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *