मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ( Chief Minister Arvind Kejariwal) के पूर्व निजी सचिव विभव कुमार की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले में गंभीर मोड़ आ गया है। मुख्यमंत्री ने अभी तक इस प्रकरण पर कोई बयान जारी नहीं किया है। पुलिस का कहना है कि विभव जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं और उन्होंने फोन का पासवर्ड भी नहीं दिया है।
कोर्ट में घसीटूंगी
स्वाति मालिवाल ने कहा है कि वह अपने खिलाफ फैलाये गए झूठ के लिए एक-एक को कोर्ट में घसीटेंगीं। वह आप नेता आतिशी ( Atishi) के उस बयान का संदर्भ दे रहीं थी जिसमें उन्होंने कहा था कि स्वाति के खिलाफ दर्ज मामले में फैसला आना है, इसी से वह भाजपा की शह पर पार्टी को बदनाम कर रही हैं। स्वाति ने एक्स पर लिखा है कि ‘ यह एफआइआर आठ साल पहले 2016 में हो चुकी है और उसके बाद सीएम और एलजी ने दो बार मुझे दिल्ली महिला आयोग का अध्यक्ष बनाया। यह केस पूरी तरह फर्जी है। हाईकोर्ट ने डेढ़ साल से इस पर स्टे दिया हुआ है। कोर्ट ने माना है कि इसमें पैसे का कोई लेन-देन नहीं हुआ है।‘
पूरी ट्रोल आर्मी मुझ पर लगी
स्वाति कहती हैं कि ‘ विभव के खिलाफ शिकायत करने के पहले तक मैं लेडी सिंघम थी और अब मैं भाजपा की एजेंट हो गई। पूरी ट्रोल आर्मी मुझ पर लगा दी गई सिर्फ इसलिए कि मैने सच बोला। सभी लोगों से फोन कर पूछा जा रहा है कि स्वाति की कोई पर्सनल वीडियो हो तो भेजो,लीक करनी है। मेरे रिश्तेदारों की गाडि़यों के नंबर से उनकी डिटेल ट्वीट कराकर उनकी जान खतरे में डाली जा रही है। खैर झूठ ज्यादा देर तक टिक नहीं पाता है। पर सत्ता के नशे के किसी को नीचा दिखाने के जुनून में ऐसा न हो जाय कि जब सच सामने आए तो अपने परिवार से भी नजरें न मिला पाओ। तुम्हारे फैलाये हर झूठ के लिए तुम्हें कोर्ट ले जाऊंगी।‘
एसआइटी गठित
पूरे मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एसआइटी गठित कर दी है, जिसका नेतृत्व डीसीपी स्तर का अधिकारी कर रहा है। इसमें इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी के साथ ही सिविल लाइंस थाने के अधिकारी भी हैं। स्वाति मालिवाल ने आरोप लगाया है कि 13 मई को वह मुख्यमंत्री केजरीवाल से मिलने उनके कैंप कार्यालय (आवास) पर गई थीं जहां उनके सचिव ने उनके साथ मारपीट की। पुलिस ने दो दिन बाद दी गई उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की है। पहले पार्टी के नेता संजय सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में माना था कि स्वाति के साथ बहुत गलत व्यवहार किया गया और पार्टी विभव केखिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। लेकिन जब एफआईआर दर्ज हो गई तो पार्टी ने दूसरा रुख अपना लिया और स्वाति पर ही तरह-तरह के आरोप लगाए जाने लगे। विभव ने भी अपनी तरफ से जवाबी एफआईआर दर्ज कराई है। पुलिस केजरीवाल के आवास से विभव को गिरफ्तार करने के बाद दो बार वहां सीन रिक्रिएट करा चुकी है। साथ ही कई लोगों से पूछताछ के बाद सीसीटीवी फुटेज सहित कई चीजों को अपने कब्जे में लिया है।