स्वाति मालिवाल( Swati Maliwal ) ने ट्वीट में लिखा है कि ‘ उनके पास पार्टी के एक बड़े नेता का फोन आया। उन्होंने बताया कि सब बड़े दबाव में हैं। उनसे स्वाति के खिलाफ गंदी बातें बोलने के लिए और निजी फोटो लीक कर उसे तोड़ने के लिए कहा जा रहा है। यह भी कहा गया है कि जो भी उसे सपोर्ट करेगा,उसे पार्टी से निकाल दिया जाएगा। किसी को प्रेस कांफ्रेंस करने तो किसी को ट्वीट करने की जिम्मेदारी दी गई है। किसी से अमेरिका में बैठे वालंटियर से कह कर मेरे खिलाफ कुछ निकलवाने के लिए कहा गया है। आरोपी के कुछ करीबी लोगों को मेरे खिलाफ फर्जी स्टिंग ऑपरेशन ( Sting operation) के लिए कहा गया है।‘
अकेली हूं, पर हार नहीं मानूंगी
स्वाति मालिवाल के ट्वीट में कहा गया है कि ‘ तुम हजारों की फौज खड़ी कर लो, मैं अकेले सबसे लडूंगी क्योंकि सच मेरे साथ है। आरोपी बहुत शक्तिशाली है। हर नेता उससे डरता है। किसी की हिम्मत नहीं कि उसके खिलाफ स्टैंड ले ले। मैं किसी से उम्मीद भी नहीं करती। दुख तो इस बात का है कि कैसे दिल्ली की महिला मंत्री हंसते हुए एक पुरानी महिला साथी का चरित्रहनन कर रहीं हैं। मैने अपने स्वाभिमान की लड़ाई शुरू की है। इंसाफ मिलने तक लड़ती रहूंगी। इस लड़ाई में मै पूरी तरह अकेली हूं फिर भी हार नहीं मानूंगी।‘
केजरीवाल की चुप्पी आश्चर्यजनक- एलजी
मंगलवार को दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ( L G VK Saxena) ने कहा था कि स्वाति मालिवाल पर हमले के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की चुप्पी आश्चर्यजनक है। पुलिस जांच कर रही है और शीघ्र ही सच सामने आएगा। उनके बयान के बाद आप नेता आतिशी तुरंत सामने आईं और बोलीं कि एलजी के बयान से साफ हो गया कि इस पूरे प्रकरण के पीछे भाजपा है जो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को बदनाम करना चाहती है।
विभव के फोन लैपटॉप की फोरेंसिक जांच
उधर विभव कुमार के फोन, लैपटॉप और सीसीटीवी रिकार्डिंग को फोरेंसिक विभाग को डाटा रिकवर कराने के लिए दिया गया है। विभव की रिमांड वृहस्पतिवार तक है। इसी से पुलिस सब कुछ जल्दी से करना चाहती है। उसे रविवार को गिरफ्तार किया गया था।
ज्ञातव्य है कि आम आदमी पार्टी की राज्य सभा सदस्य स्वाति मालिवाल ने 13 मई को मुख्यमंत्री के आवास में उनके पूर्व निजी सचिव विभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया था। दो दिन बाद मिली लिखित शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है।