सोशल मीडिया ऐप Telegram की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही। अभी हाल ही में 24 अगस्त को इसके फाउंडर व सीईओ पावेल दुंरोव को फ्रांसीसी जांच एजेंसी ने पेरिस -ले बॉर्गेट हवाई अड्डे से हिरासत में ले लिया । इस घटना के बाद भारत की जांच एजेंसियां भी सचेत हो गई और Telegram ऐप कंपनी के खिलाफ जांच शुरू कर दी। यह जांच भारत का गृह मंत्रालय व सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय मिलकर सामंजस्य के साथ करेंगे, अगर जांच में कुछ अनियमित मिलता है तो इसे पूरे देश में बैन किया जा सकता है।
क्या आरोप है
Telegram ऐप पर आरोप है कि यह कुछ समय से आपराधिक गतिविधियों का केंद्र बन चुका है, इसमें लीक हुए परीक्षा पत्रों, जबरन वसूली, स्टॉक मूल्य में हेरफेर, चाइल्ड पोर्नोग्राफी और साइबर फ्रॉड को बढ़ावा दिया जा रहा है। यह ऐप अपराधिक कृत्य करने वाले लोगों के लिए डार्क वेब की तरह काम कर रहा है।
पावेल दुंरोव कौन है और क्यों किया गया गिरफ्तार
पावेल दुंरोव का जन्म 1985 में रूस में हुआ और वह 39 वर्ष के हैं। साल 2013 में पावेल ने अपने भाई निकोलाई डुरोव के साथ टेलीग्राम नामक ऐप बनाया। यह ऐप व्हाट्सएप,इंस्टाग्राम और टिकटॉक जैसा ही सोशल मीडिया ऐप है, जहां सूचनाओं का आदान-प्रदान आसानी से किया जाता है। इसमें पूरी दुनिया के लोग आपस में चैट,कॉल के जरिए एक दूसरे से बात करते है। इस समय पूरी दुनिया में टेलीग्राम के 900 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं और अकेले भारत में 50 लाख यूजर्स रजिस्टर्ड है। लेकिन शनिवार 24 अगस्त 2024 को इसके फाउंडर पावेल दुंरोव को फ्रांस के बॉर्गेट हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर लिया गया। यह गिरफ्तारी उनके टेलीग्राम ऐप पर आपराधिक गतिविधियों को रोकने में असफल रहने के कारण हुई।
घटनाएं जिनकी वजह से टेलीग्राम ऐप अपराधिक ऐप की श्रेणी में आने लगा
ऐप अपराधिक कृतियों के लिए ही बना है
डीपस्ट्रैट के शहर संस्थापक और सीटीओ आनंद वेैंकट नारायणन ने बताया कि टेलीग्राम साइबर अपराधियों के लिए सबसे फायदेमंद ऐप है, ऐसा लगता है यह ऐप अपराधियों के लिए ही बना है। उन्होंने कहा यह एक केंद्रीकृत चैट सेवा है जिसमें बिल्कुल भी कंटेंट मॉडरेशन नहीं है।
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