वाशिंगटन डीसी: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन एक नए विवाद में फंस सकते हैं क्योंकि उनके उत्तराधिकारी डोनाल्ड ट्रंप ने उनके दिए गए राष्ट्रपति क्षमा आदेशों (Presidential Pardons) को “अमान्य और शून्य” घोषित कर दिया है।
ट्रंप ने दावा किया कि जो बाइडेन के हस्ताक्षरित क्षमा आदेश असली नहीं हैं क्योंकि वे ‘ऑटोपेन‘ (Autopen) के जरिए साइन किए गए थे। ट्रंप ने यह घोषणा रविवार रात अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल‘ (Truth Social) पर की।
क्या है विवाद?
ऑटोपेन एक रोबोटिक डिवाइस है जिसका इस्तेमाल अमेरिकी राष्ट्रपति समेत कई सरकारी अधिकारी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के लिए करते हैं। यह तब किया जाता है जब हस्ताक्षरित करने के लिए दस्तावेजों की संख्या बहुत अधिक होती है। हालांकि, यह हमेशा राष्ट्रपति की जानकारी में होता है।
ट्रंप ने अपने पोस्ट में लिखा:
“जो बाइडेन ने उन दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं किए, बल्कि वह खुद यह भी नहीं जानते थे कि यह दस्तावेज़ कब और कैसे जारी किए गए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि बाइडेन के सहयोगियों ने यह क्षमा आदेश जारी कर दिए, जिसमें हंटर बाइडेन समेत कई महत्वपूर्ण लोगों को माफी दी गई थी।
ट्रंप का बड़ा ऐलान – फिर से होगी जांच?
ट्रंप ने यह भी कहा कि जो लोग बाइडेन के इन ‘अवैध’ क्षमा आदेशों के तहत बच गए थे, अब उनकी फिर से जांच होगी।
“इन माफियों को उचित तरीके से समझाया नहीं गया, बाइडेन को इसकी कोई जानकारी नहीं थी, और जिन्होंने ऐसा किया, उन्होंने संभवतः अपराध किया है।”
ट्रंप ने विशेष रूप से ‘अनसेलेक्ट कमेटी‘ (Unselect Committee) का जिक्र किया, जिसने कैपिटल हिंसा मामले में ट्रंप के खिलाफ सबूत जुटाए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि इस कमेटी के सदस्यों ने सबूतों को नष्ट किया था और अब उन्हें जांच का सामना करना पड़ेगा।
क्या ट्रंप का आदेश मान्य होगा?
संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति को किसी भी व्यक्ति को क्षमा करने का पूर्ण अधिकार है और इसमें अदालत भी हस्तक्षेप नहीं कर सकती।
लेकिन ट्रंप ने संकेत दिया कि वह इस मामले को अदालत तक ले जा सकते हैं। उन्होंने कहा:
“अंत में, अदालत को तय करना होगा कि यह क्षमा आदेश वैध हैं या नहीं। लेकिन मेरी राय में, यह ‘शून्य और अमान्य‘ हैं।”
क्या ट्रंप बाइडेन के विरोधियों को जेल भिजवाएंगे?
अगर ट्रंप इस फैसले को राष्ट्रपति आदेश में बदलते हैं, तो अमेरिकी जांच एजेंसियां उन लोगों के खिलाफ जांच शुरू कर सकती हैं, जिन्हें बाइडेन ने माफी दी थी।
इसका मतलब यह हो सकता है कि हंटर बाइडेन और ट्रंप के अन्य राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ फिर से केस दर्ज हो सकते हैं।
क्या राष्ट्रपति क्षमा आदेश को चुनौती दी जा सकती है?
इतिहास में पहली बार किसी राष्ट्रपति के क्षमा आदेश को चुनौती दी जा रही है। 2024 में एक अमेरिकी अदालत ने कहा था कि राष्ट्रपति क्षमा आदेश लिखित होना जरूरी नहीं है।
“संविधान में ऐसा कोई नियम नहीं है जो राष्ट्रपति क्षमा आदेशों को सीमित करता हो।”
अब आगे क्या?
अगर ट्रंप इस फैसले को लागू करते हैं, तो यह अमेरिका में राष्ट्रपति क्षमा आदेशों के इतिहास को बदलने वाला पहला मामला होगा। इस फैसले से बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन समेत कई लोगों के लिए कानूनी संकट गहरा सकता है।
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