PAC चीफ KC Venugopal के खिलाफ बीजेपी का मोर्चा…स्पीकर को लिखा पत्र

संसद की लोक लेखा समिति के अध्यक्ष केसी वेणुगोपाल पर टूल किट का हिस्सा होने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है. दरअसल कांग्रेस ने सेबी अध्यक्ष माधबी पुरी बुच से अडानी समूह के आरोपों की जांच पर पूछताछ की मांग की है, जिसे बीजेपी PAC का दुरुपयोग मानते हुए विरोध कर रही है. बीजेपी सांसद सांसद निशिकांत दुबे ने PAC अध्यक्ष KC वेणुगोपाल पर टूल किट का हिस्सा होने का आरोप लगाया है.

बीजेपी सांसद ने पीएसी चेयरमैन पर लगाया सरकार को बदनाम करने की कोशिश का आरोप
Written By : संतोष कुमार | Updated on: October 6, 2024 12:43 pm

सेबी चीफ को लेकर कांग्रेस और बीजेपी में तकरार
सेबी अध्यक्ष माधवी पुरी बुच को लेकर एक बार फिर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने हैं. दोनों पार्टियों के बीच इसे लेकर वार पलटवार शुरू हो गया है. अडानी समूह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए कांग्रेस की मांग है कि सेबी चीफ माधवी पुरी बुच से पूछताछ की जाए. कांग्रेस की मांग का बीजेपी ने विरोध करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी संसदीय समिति का इस्तेमाल केंद्र सरकार को बदनाम करने के लिए कर रही है. PAC में भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे ने PAC अध्यक्ष के सी वेणुगोपाल (KC Venugopal) के खिलाफ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इस संबंध में पत्र भी लिखा है.

निशिकांत दुबे ने पत्र में लगाए गंभीर आरोप

संसदीय समिति के सदस्य निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को लिखे पत्र कहा कि है कि KC Venugopal PAC के अधिकार क्षेत्र को दरकिनार कर और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए “टूल किट” के हिस्से के रूप में काम कर रहे हैं.

PAC की बैठकें हंगामेदार होने के आसार
बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के कड़े शब्दों वाले पत्र से यह साफ संकेत मिलता है कि समिति में बहुमत वाली भाजपा की अगुवाई वाली NDA, KC वेणुगोपाल द्वारा नियामक को मुश्किल में डालने के किसी भी कदम का विरोध करेगी. इससे संकेत मिलता है कि इस मुद्दे पर उनकी बैठकें हंगामेदार होंगी. इस मुद्दे पर अन्य विपक्षी दल क्या रुख अपनाते हैं ये देखने वाली बात होगी. इससे पहले PAC की एक बैठक में निशिकांत दुबे ने अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में बुच को बुलाने की योजना पर आपत्ति जताई थी और कहा था कि सेबी के मामले में PAC का कार्य बाजार नियामक द्वारा केंद्रीय निधियों के उपयोग की जांच करने तक सीमित है और इसके निर्णयों की जांच तक विस्तारित नहीं है.

ये भी पढ़ें:-वसुंधरा, जोशी या शिवराज…किसके सिर BJP President का ताज ?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *