विदेशों में भी धूमधाम से मना छठ पर्व, अप्रवासी भारतीयों में रहा गजब का उत्साह

छठ पर्व की लोकप्रियता अब सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रही। नेपाल, सिंगापुर, मॉरीशस, इंग्लैंड, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में भी प्रवासी भारतीय समुदाय इसे धूमधाम से मना रहा है। शुक्रवार को अमेरिका के कई राज्यों में सूर्य देव को अर्घ्य देकर इस पावन पर्व का आयोजन किया गया, जो भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों को दुनियाभर में स्थापित करने का प्रतीक बन गया है।

अमेरिका में कुछ इस अंदाज में की गई छठ पूजा
Written By : शशि झा | Updated on: November 8, 2024 8:34 pm

छठ (Chhath Festival)  विश्व का ऐसा एकमात्र पर्व है जिसकी महत्ता दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। आज यह पर्व भारत, नेपाल, सिंगापुर, मॉरीशस के अतिरिक्त, ईंग्लैंड, अमेरिका के कई राज्यों में भी बड़े धूमधाम से मनाया गया।

शुक्रवार की सुबह सैकड़ों भारतीय-अमेरिकियों ने सूर्य देव की उपासना की और इस लोकप्रिय हिन्दू पर्व छठ का त्यौहार मनाया। कैलिफोर्निया, अरिजोना, न्यू जर्सी, टेक्सास, नौर्थ कोरोलिना और वाशिंगटन डीसी समेत पूरे अमेरिका में सूर्य देवता को अघ्र्य देने के साथ छठ का त्यौहार मनाया गया। विभिन्न हिन्दू मंदिरों और सांस्कृतिक संगठनों द्वारा वहां रहने वाले प्रवासी भारतीयों के लिए छठ त्यौहार का आयोजन किया गया।

छठ का त्यौहार(Chhath festival) बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाने वाला सबसे पावन पर्व है। यह त्यौहार ‘ सूर्य भगवान ‘ को समर्पित है जो पृथ्वी पर जीवन बनाये रखते हैं। इस पर्व में सूर्य भगवान और छठी मैया से समस्त परिवारजनों को दीर्घायु, स्वस्थ और समृद्ध जीवन का वरदान मांगा जाता है।
पिछले कुछ वर्षों से यह पर्व भारत और नेपाल, सिंगापुर, मलेशिया के अतिरिक्त, ईंग्लैंड , अमेरिका आदि देशों में अप्रवासी भारतीयों, विशेष रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश से गए लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है जिन्होंने इस जीवंत परंपरा को बड़े उत्साह और उल्लास के साथ अंगीकार किया है और विदेशों में भी इसे अक्षुण्ण बनाये रखा है।

सिंगापुर में बिहार के प्रवासियों ने बनाया इसे सांस्कृतिक आयोजन

सिंगापुर में रहने वाले बिहार के लोगों ने बड़ी श्रद्धा के साथ उपवास रखते हुए अन्य सभी पारंपरिक विधियों और अनुष्ठानों के साथ सूर्य देवता की पूजा की और इसे सिंगापुर के एक जीवंत सांस्कृतिक आयोजन में रूपांतरित कर दिया। नेपाल के खासकर तराई क्षेत्रों में, जहां के लोग बिहार के साथ सांस्कृतिक और भाषायी विरासत साझा करते हैं, यह पावन त्यौहार बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। छठ मैया के व्रती स्थानीय नदियों, तालाबों और झीलों के पास एकत्र होकर सूर्य देवता को अघ्र्य देते हैं और इस त्यौहार को मनाते हैं।

मॉरीशस, जिसके भारत के साथ गहरे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं और जहां बड़ी संख्या में भोजपुरी बोलने वाले लोग रहते हैं, छठ पूजा एक उल्लेखनीय त्यौहार है। लोगों की धार्मिक भावना का सम्मान करते हुए मॉरीशस सरकार एक दिन का सार्वजनिक अवकाश भी प्रदान करती है। दिलचस्प बात यह है कि पड़ोसी देश श्रीलंका में भी यह त्यौहार बहुत लोकप्रिय हो गया है जहां बड़ी श्रद्धा और उल्लास के साथ प्रवासी भारतीयों द्वारा इसे मनाया जाता है।
ईंग्लैंड में विशेष रूप से लंदन, लीस्टर और बरमिंघम में छठ पूजा एक उल्लेखनीय त्यौहार बन गया है। कनाडा में टोरेटो, वैंकूवर और मंट्रियल में बिहार और उत्तर भारत के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं, वहां भी इस पर्व की लोकप्रियता में पिछले कुछ समय से खासी बढोतरी हुई है। इसी प्रकार, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी भारतीयों की बढ़ती आबादी के साथ छठ का त्यौहार एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बन गया है।

ये भी पढ़ें:नोएडा में पुलिस और गैंगस्टर के बीच मुठभेड़,आरोपी गिरफ्तार

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *