अमेरिका के न्यूयॉर्क में चल रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के 79वें सत्र में गुरुवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के भारत को समर्थन देने के बाद ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने भी India UNSC Permanent Member बनाने का समर्थन किया। उन्होंने UNSC को और अधिक प्रतिनिधित्वशील बनाने के लिए अफ्रीकी देशों, ब्राजील, जापान और जर्मनी को भी स्थायी सदस्यता देने का समर्थन किया। भारत पिछले कई सालों से UNSC में स्थाई सदस्यता की मांग कर रहा है , लेकिन हर बार चीन के द्वारा वीटो लगाकर यह मांग पूरी नहीं हो पाती।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने India UNSC Permanent Member पर क्या कहा
जो बाइडन ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ानी होगी। अब समय आ गया है, इसे दस करना होगा ताकि और देश को भी प्रतिनिधित्व करने का मौका मिल सके। सभी देशों में भारत सबसे बड़ा नाम है, जिसे आज कोई दरकिनार नहीं कर सकता। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति ने ब्राजील, जर्मनी और जापान के स्थायी सदस्यता का समर्थन किया।
फ्रांस राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रान ने India UNSC Permanent सदस्यता पर क्या कहा
इमैनुएल मैक्रान ने भी भारत के स्थायी सदस्यता की वकालत की थी। उन्होंने बोला था कि आज भारत विकासशील देश से हटकर विकसित की ओर बढ़ने लगा है , भारत की जनसंख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है। वह कई मानको पर खरा उतर रहा है जो संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता हासिल करने के लिए आवश्यक है।
UNSC में पांच स्थायी सदस्य देशो के नाम
अमेरिका, फ्रांस, चीन, रूस और ब्रिटेन
UNSC की स्थापना कब हुई थी
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थापना 1945 में हुई थी। वर्तमान में इसमें 193 देश सम्मिलित है।
दस अस्थायी देशों के नाम
अल्जीरिया, इक्वेडोर, गयाना,जापान, माल्टा, साउथ कोरिया, सॉल्वेनिया, स्वीजरलैंड, मोजम्बिक और सिएरा लियोन। इनका कार्यकाल दो साल का है ।
यह भी पढ़ें:-
सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान ने अलापा कश्मीर राग…भारत ने दिया करारा जवाब