Bangladesh Violence : हिंसा जारी..लौटने लगे भारतीय छात्र..जानें हालात

बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे पर हिंसक प्रदर्शन जारी है. बंग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन (Bangladesh Violence) में अब तक 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हालात को बिगड़ते देख सरकार ने विश्वविद्यालयों को बंद करने का फैसला लिया है. बांग्लादेश की स्थिति बिगड़ते देख भारतीय छात्र अपने देश लौटने लगे हैं.

बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन, भारतीय छात्र लौट रहे स्वदेश
Written By : संतोष कुमार | Updated on: July 20, 2024 8:55 am

बांग्लादेश छोड़ भारत लौट रहे हैं भारतीय छात्र

आरक्षण के खिलाफ बांग्लादेश में शुरू हुए आंदोलन के बाद वहां (Bangladesh Violence) से हालात बिगड़ने लगे हैं. बांग्लादेश में बिगड़ते हालात को देखते हुए वहां पढ़ने वाले वाले भारतीय छात्र जान बचाकर अपने देश लौटने लगे हैं. शुक्रवार को 300 से अधिक छात्र पूर्वोत्तर में बॉर्डर प्वाइंट से होते हुए अपने देश वापस आए.

बांग्लादेश में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे भारतीय छात्र

भारत लौटने वाले कई छात्र वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. उनमें से ज़्यादातर छात्र उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मेघालय और जम्मू-कश्मीर से हैं. शुक्रवार को छात्रों द्वारा वापस लौटने के लिए इस्तेमाल किए गए दो मुख्य मार्ग त्रिपुरा में अगरतला के पास अखुराह में इंटरनेशनल लैंड पोर्ट और मेघालय में दावकी में इंटरनेशनल लैंड पोर्ट थे. छात्रों ने कहा कि वे प्रतीक्षा कर रहे थे और स्थिति पर नजर रख रहे थे, लेकिन आखिरकार उन्होंने अस्थायी रूप से बांग्लादेश छोड़ने का निर्णय लिया.

इंटरनेट बंद, परिवार से कटा संपर्क

चटगांव के मरीन सिटी मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे एक छात्र ने बताया कि Bangladesh Violence के कारण स्थिति खराब होती जा रही है और कई प्रतिबंध लगा दिए गए हैं. इंटरनेट काम नहीं कर रहा है और हम अपने परिवारों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं. हवाई जहाज का टिकट नहीं मिला तो घर जाने के लिए सड़क मार्ग से अगरतला जाना पड़ा.

भूटान और नेपाल के रास्ते भी आ रहे छात्र

मेघालय के एक अधिकारी के मुताबिक, बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन (Bangladesh Violence) के कारण 200 से अधिक भारतीय सीमा पार कर गए हैं. भूटान और नेपाल से भी कुछ छात्र भारत पहुंचे. राज्य सरकार भारतीयों की सुरक्षित वापसी के लिए बांग्लादेश उच्चायोग और बांग्लादेश लैंड पोर्ट अथॉरिटी के संपर्क में है. बांग्लादेश में 8,000 छात्रों सहित लगभग 15,000 भारतीय रह रहे हैं.

बांग्लादेश में क्यों भड़की हिंसा की आग ?

बांग्लादेश के ढाका और अन्य शहरों में विश्वविद्यालय के छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. 1971 में पाकिस्तान से देश की आजादी के लिए लड़ने वाले युद्ध नायकों के रिश्तेदारों के लिए नौकरियों में आरक्षण के फैसले के खिलाफ वहां के छात्र सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं. आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर छात्रों के विरोध प्रदर्शन जारी है। इसके दौरान राजधानी ढाका तथा अन्य जगहों पर हिंसा भड़कने से 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और3 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.

ये भी पढ़ें :-Pakistan Protest: पाकिस्तान में पश्तूनों का विद्रोह, फायरिंग में 10 की मौत

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *