इंग्लैंड के खिलाफ वर्तमान टी-20 श्रृंखला भारत के लिए बेहद शानदार रही। तीसरे मैच को छोड दिया जाए तो पूरी सीरिज में भारत का दबदबा कायम रहा। भारत ने पिछले साल टी-20 विश्व कप जीता था और उसके बाद से भारत का खेल और निखरता ही गया है। उन्होंने तब से खेले गए 21 मैचों से 18 अपने नाम किए हैं।
खेल के लगभग हर विभाग में टीम में खासी गहराई है और युवा प्रतिभावान खिलाड़ियों की तो जैसे बाढ़ ही आ गई है। जिस खिलाड़ी को जो जिम्मेदारी दी गई उसने पूरी तरह उसे निभाया। बल्लेबाजी में सबसे आगे नाम बेशक अभिषेक शर्मा का और गेदबाजी में मिस्ट्री स्पिनर कहे जाने वाले वरुण चक्रवर्ती का रहेगा जिन्होंने पिछले कुछ समय से टी-20 मैचों में तहलका मचा रखा है। युवराज का शिष्य अभिषेक शर्मा अपने गुरु का नाम बहुत आगे लेकर जा रहा है। सीरिज के अंतिम दो मैचों में शामिल किए गए शुभम दुबे ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया तो अलग अलग मैचों में तिलक वर्मा, हार्दिक पांड्या, रवि बिश्नोई और अंतिम मैच में वापसी के बाद लौटे मोहम्मद का प्रदर्शन भी बढ़िया रहा। टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव और विकेटकीपर संजू सैमसंग के लिए यह सीरिज कोई बहुत यादगार नहीं साबित हुआ लेकिन श्रृंखला की जीत के आगे इसका ज्यादा मलाल नहीं रहेगा।
दरअसल चौथे मैच में इंग्लैंड को 15 रनों से हरा कर ही भारत ने सीरिज अपने नाम कर ली थी। पिछले कुछ मैचों के एकतरफा सा रहने के विपरीत वह मैच काफी दिलचस्प रहा और भारत ने जीवट का खेल दिखाया। एक समय भारत के 3 विकेट 12 रनों पर ही गिर गए थे और तीनों एक ही ओवर में गिरे। यही नही, 79 रनों पर पांच विकेट गवां कर भारत कमजोर स्थिति में पहुंच चुका था लेकिन भला हो सीरिज में पहली बार शामिल किए गए शुभम दुबे और हार्दिक पांडया का जिनके बीच बनी शानदार 87 रनों की शानदार साझीदारी ने भारत को 181 रनों तक पहुंचा दिया।
गेंदबाजी में भी भारत तब पिछड़ता दिखा जब छह ओवरों में ही इंग्लैंड शून्य विकेट पर 62 पहुंच चुका था और मैच एकतरफा इंग्लैंड के पक्ष में जाता दिख रहा था। लेकिन पहले श्रृंखला में पहली बार प्रभावशाली दिख रहे स्पिनर रवि बिश्नोई और फिर शुभम को सिर में चोट लगने के कारण कनकशन सब्सीच्यूट नियम के तहत टीम में शामिल किए गए हर्षित राणा ने बाजी भारत के पक्ष में कर दी। कनकशन नियम को लेकर अब अच्छा खासा विवाद पैदा होता दिख रहा है और इंग्लैंड के कप्तान और खेल समीक्षक ऑलराउंडर शुभम दुबे की जगह तेज गेंदबाज हर्षित को शामिल करने को नियमों के खिलाफ बता रहे हैं। इस दौरे में इंग्लैंड की टीम में पहली बार शामिल किए गए तेंज गेंदबाज साकिब मोहम्मद ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और एक ही ओवर में कप्तान सूर्या, तिलक वर्मा और संजू सैमसंग सहित तीन विकेट लेकर एक समय भारत की लगभग कमर ही तोड़ दी थी। बल्लेबाज ब्रूक ने इंग्लैंड के लिए 26 गेंदों में ही सबसे अधिक 51 रन बनाए जबकि बेन डकेट ने 19 गेंदों में 39 रनों का सहयोग दिया। ये दोनों ही बल्लेबाज इससे पहले इस सीरिज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके थे। अब भारत ने मुंबई में खेले जाने वाले पांचवे मैच को जीतकर इसे 4-1 से अपने पक्ष में कर लिया।
मुंबई में खेले गए पांचवें मैच में अभिषेक ने 13 छक्कों की मदद से 54 मेंदों में 135 रन बनाए। शतक तो उसने 37 गेंदों में ही पूरा कर लिया था जो भारत की तरफ से टी-20 में दूसरा सबसे तेज शतक है। उसे प्लेयर ऑफ द मैच घोषित किया गया जबकि श्रृंखला में 15 विकेट लेने वाले वरुण को मैन ऑफ द सीरिज चुना गया। सीरिज के इस अंतिम मैच के साथ ही अब सारा फोकस एक दिवसीय मैचों की तरफ मुड़ने वाला है जिसमें पहले इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैच और फिर बहुचर्चित चैम्पियंस ट्राफी के मैच खेले जाएंगे।
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