मंगलवार को आलमगीर आलम से हुई थी 9 घंटे तक पूछताछ
झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम से मंगलवार को ED की टीम ने 9 घंटे तक पूछताछ की थी. बताया जा रहा है कि पूछताछ के दौरान मंत्री आलमगीर आलम का सामना उनके आप्त सजीव संजीव लाल से कराया गया। सूत्रों के मुताबिक, संजीव लाल ने भ्रष्टाचार कर वसूली का पैसा मंत्री तक पहुंचाने की भी बात कही थी. वहीं आलमगीर आलम पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे थे, जिसके बाद ED ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
35 करोड़ कैशकांड में हुई आलमगीर आलम की गिरफ्तारी
कुछ दिनों पहले झारखंड के रांची में मंत्री आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर के ठिकानों पर ED ने छापेमारी की थी।छापेमारी के दौरान ED को 35 करोड़ रुपये कैश मिले थे. ED ने संजीव लाल औऱ जहांगीर को गिरफ्तार किया था. उसके अगले ही दिन ED ने मंत्री आलमगीर आलम को पूछताछ के लिए बुलाया था। दो दिन की पूछताछ के बाद ED ने उन्हें बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के बाद झारखंड में यह चर्चा तेज हो गई है कि आगे किसके ऊपर गिरफ्तारी की तलवार लटकेगी ? जाहिर है ED की पूछताछ में आलमंगीर आलम 35 करोड़ कैश कांड में किसी बड़े नाम का खुलासा कर सकते हैं।
चुनाव के बीच आलमगीर की गिरफ्तारी, सरकार को झटका
लोकसभा चुनाव के बीच झारखंड सरकार के मंत्री की गिरफ्तारी से गठबंधन की सरकार को बड़ा झटका लगा है। 20 मई को झारखंड में दूसरे चरण का मतदान है। आलमगीर आलम की गिरफ्तारी औऱ 35 करोड़ कैश कांड को विपक्ष चुनाव में पूरी तरह से भुना रहा है। प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी (Prime Minister ) ने गिरिडीह में जनसभा के दौरान 35 करोड़ कैशकांड का मुद्दा उछालते हुए कहा कि झारखंड में चोरों को को चैन से सोने नहीं दूंगा। उन्होंने कहा कि देश ने देखा कि कैसे एक मंत्री के पीए के यहां नोटों का पहाड़ मिला। अब मंत्री आलमगीर आलम की गिरफ्तारी को विपक्षी दल यानी भाजपा शेष बचे तीन चरणों के चुनाव में जमकर इस मुद्दे को उठाएगा।.