दूसरे भाव में राशि स्वामी और ग्रहों की दृष्टि भी महत्त्वपूर्ण होती है
मेष राशि – व्यक्ति बोलने में स्पष्टवादी, कभी-कभी कठोर, धन कमाने में मेहनती और जोखिम लेने वाला होता है।
वृषभ राशि – यह वृषभ का स्वभाविक स्थान है, इसलिए व्यक्ति धनवान, मीठा बोलने वाला और अच्छे पारिवारिक सुख वाला होता है।
मिथुन राशि – व्यक्ति चतुर, वाक्पटु, व्यापारिक समझ वाला होता है, धन अर्जन में चतुराई दिखाता है।
कर्क राशि – व्यक्ति भावनात्मक, परिवार के प्रति समर्पित, लेकिन धन को लेकर थोड़ा अस्थिर हो सकता है।
सिंह राशि – व्यक्ति शान से जीने वाला, आत्मसम्मानी, बोलने में प्रभावशाली, लेकिन खर्चीला हो सकता है।
कन्या राशि – धन के मामले में व्यवहारिक, विश्लेषणात्मक और बचत करने वाला होता है।
तुला राशि – व्यक्ति संतुलित, आकर्षक वाणी वाला, व्यापारिक समझ वाला और कला-संगीत से धन अर्जन करने वाला हो सकता है।
वृश्चिक राशि – व्यक्ति रहस्यमयी, कठोर वाणी वाला, लेकिन अचानक धन प्राप्ति की संभावना रहती है।
धनु राशि – धार्मिक विचारों वाला, सत्यवादी, वाणी में प्रभावशाली, लेकिन कभी-कभी बेबाक बोलने वाला हो सकता है।
मकर राशि – धन के मामले में गंभीर, संयमी, बचत करने वाला और धीरे-धीरे धन अर्जन करने वाला होता है।
कुंभ राशि – व्यक्ति स्वतंत्र विचारों वाला, अलग तरीके से धन कमाने वाला और कई स्रोतों से धन अर्जित करने वाला हो सकता है।
मीन राशि – व्यक्ति दयालु, उदार, धार्मिक और कभी-कभी धन को लेकर लापरवाह हो सकता है।
दूसरे भाव में विभिन्न ग्रहों का प्रभाव
सूर्य – व्यक्ति प्रभावशाली वाणी वाला होता है, लेकिन कभी-कभी अहंकार या कठोरता आ सकती है। धन और पारिवारिक मामलों में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
चंद्रमा – व्यक्ति कोमल वाणी, भावनात्मक धन व्यवहार और पारिवारिक प्रेम मिलता है। धन से संबंधित मामलों में बदलाव संभव है।
मंगल – व्यक्ति निडर, स्पष्टवादी और कभी-कभी तीखा बोलने वाला होता है। धन को लेकर संघर्ष कर सकता है।
बुध – व्यक्ति चतुर, वाणिज्य और व्यापार में कुशल होता है। वाणी प्रभावशाली होती है और धन अर्जन की अच्छी क्षमता रहती है।
गुरु – व्यक्ति सत्यवादी, धार्मिक और नैतिक मूल्यों वाला होता है। धन के मामले में भाग्यशाली होता है।
शुक्र – व्यक्ति मधुरभाषी, आकर्षक और विलासिता में धन खर्च करने वाला होता है। धन, भोजन और पारिवारिक सुख अच्छा होता है।
शनि – व्यक्ति संयमी, धीरे-धीरे धन अर्जित करने वाला और कभी-कभी पारिवारिक जिम्मेदारियों से दबाव में रहने वाला होता है.
राहु – व्यक्ति अनियमित तरीकों से धन कमाने की प्रवृत्ति रख सकता है, चालाक वाणी वाला होता है, कभी-कभी धोखे से धन हानि भी हो सकती है।
केतु – व्यक्ति आध्यात्मिक प्रवृत्ति वाला, कम बोलने Ptsd और कभी-कभी अचानक धन हानि या लाभ प्राप्त करने वालाम??प्रभावहो सकता है।
विशेष स्थिति:
दूसरे भाव में शुभ ग्रह (शुक्र, गुरु, बुध) होने पर Asia की स्थिति अच्छी रहती है।
(नीतेश तिवारी, एमसीए, एमएचए हैं और ज्योतिष शास्त्र के अच्छे जानकार हैं.)